केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी बार-बार कांग्रेस के निशाने पर आ जाते हैं। इस बार उनके पुणे में जनसभा के दौरान कही एक बात को कांग्रेस ने मुद्दा बनाया। रविवार को एक जनसभा को सम्बोधित करते हुए गडकरी ने यह कहा कि हम जातिवाद में यकीन नहीं करते। मुझे नहीं पता कि आपके यहाँ क्या है लेकिन हमारे पांच जिलों में जातिवाद के लिए कोई जगह नहीं है क्योंकि मैंने सभी को चेतावनी दी है कि अगर कोई जाती की बात करेगा तो मैं उनकी पिटाई कर दूंगा। बस फिर क्या था मध्यप्रदेश कांग्रेस ने गडकरी की इस टिप्पणी को उठाया और एनडीटीवी.कॉम की खबर के साथ इसे शेयर कर दिया और साथ में लिखा कि गडकरी ने पी.एम.मोदी और भाजपा पर हमला बोला है। कांग्रेस को यह बात् बोलने का मौका इसलिए हाथ लगा क्योंकि मध्यप्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ के चुनावों के दौरान भाजपा के नेताओं ने हनुमानजी की जाती को लेकर कई तरह के बयान दिए। जिसमें योगी आदित्यनाथ भी शामिल थे।
किसी ने उन्हें मुस्लिम बताया तो किसी ने दलित कहने में भी गुरेज नहीं की। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने इस खबर के साथ ट्वीट करते हुए उन्हें साहसी बताया और कहा कि’गडकरी जी, मैं आपकी सराहना करता हूँ। आप भाजपा में एकलौते हैं, जिनमें कुछ साहस है।’ राहुल के इस ट्वीट के जवाब देते हुए गडकरी ने कहा कि मेरी हिम्मत के लिए मुझे आपके सर्टिफिकेट की जरुरत नहीं है। कांग्रेस ने तो यहां तक कह दिया कि गडकरी को नज़रें पीएम की कुर्सी पर हैं। कांग्रेस प्रवक्ता मनीष तिवारी ने इस बात को तूल देते हुए कहा कि गडकरी जी की बात पर उन्हें हिंदी कहावत कहीं पे निगाहें, कहीं पे निशाना की याद आई है। अपने बात के समर्थन में उन्होंने नितिन गडकरी द्वारा पहले कही गई विभिन्न बातों को भी दोहराया। ईशा कोप्पिकर को भाजपा में शामिल करने के दौरान भी उन्होनें कहा था कि सपने दिखाने वाले नेता लोगों को अच्छे लगते हैं लेकिन अगर दिखाए हुए सपने पूरे ना किए जाएं तो जनता पिटाई भी कर देती है। पहले ही विपक्ष मोदी जी को जुमलेबाज का तमगा दे चुका है ऐसे में भाजपा के वरिष्ठ नेता का बयान उन्हें भाजपा पर हमला करने का एक और मौका दे गया।