चंद्रयान 2 कब और कैसे

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Chandrayaan-2

चंद्रमा पर पानी की मात्रा व उसकी रासायनिक जांच के लिए और वहां की मिट्टी में रासायनिक विश्लेषण की जांच के लिए और जलवायु के लिए भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन यानी इसरो ने रविवार को अनाउंस किया कि चंद्रयान 2 का प्रक्षेपण 22 जुलाई दिन सोमवार को दोपहर 2:43 पर किया जाएगा और वह सफल भी हुआ जो कि भारत के लिए बड़ी उपलब्धि है। सभी साइंटिस्ट इसके लिए बधाई के पात्र है।

इससे पहले भी 15 जुलाई को सुबह 2:51 पर इसे लांच किया जाना था लेकिन कुछ तकनीकी गड़बड़ी के कारण इसकी उड़ान से एक घंटा पहले ही अगली उड़ान के लिए टालने का फैसला किया गया। चंद्रयान के प्रशिक्षण के लिए जीएसएलवी MK3 प्रक्षेपण यान का इस्तेमाल किया गया है यह दुनिया का पहला मिशन है जिसे लेंडर चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर उतारा उतरेगा। उल्लेखनीय है कि चंद्रमा पर भारत के पहले चंद्र मिशन चंद्रयान 1 ने वहां पानी की मौजूदगी की पुष्टि की थी इस मिशन में इसकी गहनता से जाँच के लिए चंद्रयान 2 के साथ कुल 13 स्वदेशी पेलोड जान वैज्ञानिक उपकरण भेजे जा गए हैं जिनके पास तरह-तरह के कैमरे स्पेक्ट्रोमीटर और सीस्मोमीटर कैमरा है ।

Chandraayan II launch

18 सितंबर 2008 को प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की अध्यक्षता में भारत सरकार व केन्द्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में इस अभियान को स्वीकृति दी थी |

चंद्रयान का मुख्य उद्देश्य

इस मिशन के मुख्य उद्देश्य चंद्रमा पर पानी की मात्रा का अनुमान लगाना तथा जमीन उसमें मौजूद रसायनों तथा वितरण का अध्ययन करना चंद्रमा की बाहरी वातावरण व भीतरी गुणों का विशेषण करना व पृथ्वी और चंद्रमा के बीच की दूरी का पता लगाना है | ये विज्ञान के लिए यह बड़ी महत्वपूर्ण सफलता है। यहां प्रशिक्षण उड़ान के समय से इसका लाइव प्रधानमंत्री श्री नरिंदर मोदी के सामने किया गया। चंद्रयान-2 लैंडर और रोवर चंद्रमा पर लगभग 70° दक्षिण के अक्षांश पर स्थित दो क्रेटरों मज़िनस सी और सिमपेलियस एन के बीच एक उच्च मैदान पर उतरने का प्रयास करेगा। पहिएदार रोवर चंद्र सतह पर चलेगा और अलग अलग जगह का रासायनिक विश्लेषण करेगा। पहिएदार रोवर चन्द्रमा की सतह पर चलेगा तथा वहीं पर विश्लेषण के लिए मिट्टी या चट्टान के नमूनों को एकत्र करेगा। आंकड़ों को चंद्रयान-2 कक्षयान के माध्यम से पृथ्वी पर भेजा जायेगा

चंद्रयान 2 पर खर्च

गौरतलब है कि चंद्रयान 2 पर करीब 124 मिलियन डॉलर का खर्च हुआ है। इसमें से करीब 31 मिलियन डॉलर का खर्च इस मिशन की लॉन्चिंग पर और 93 मिलियन डॉलर का खर्च इसकी सेटेलाइट पर आया है। वहीं यदि बात करें Avengers Endgame मूवी की लागत की तो इस पर 356 मिलियन डॉलर थी। आपको बता दें कि इससे पहले चंद्रयान 1 की सफलता ने भी चांद के रहस्‍यों से पर्दा उठाने में पूरी विश्‍व बिरादरी की मदद की थी।

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