स्वाइन फ्लू का कहर जिस प्रकार दिन प्रति दिन बढ़ता जा रहा उससे कितने ही लोग मौत का शिकार हो रहे हैं। हैरान कर देने वाली बात तो यह है कि इसी साल पिछले एक महीने से अब तक केवल राजस्थान में स्वाइन फ्लू के 100 से भी अधिक केस सामने आए हैं। तमाम कोशिशों के बावजूद भी इस बीमारी पर काबू नहीं पाया जा रहा। एक ही दिन में 100 मामलों का प्रकाश में आना बेहद आश्चर्यजनक है। इस बीमारी से निपटने के लिए सरकार ने पूरे प्रदेश में जांच एजेंसियाँ लगा दी हैं इसके साथ ही घर-घर जा कर भी रोगियों का पता लगाया जा रहा है। यह भी बताया जा रहा है कि 70 मौतों की वजह स्वाइन फ्लू के साथ -साथ अन्य बीमारियां भी थी। अगर पूरे देश की बात करें तो इसी साल में इस बीमारी से 250 लोगों की जान जा चुकी है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की रिपोर्ट के अनुसार राजस्थान में गुरुवार तक 2706 मामले इस बीमारी से जुड़े सामने आए हैं जबकि गुजरात में 1187 मामले नज़र में आए हैं और 84 लोग इस बीमारी से मौत का शिकार भी हुए हैं। अगर पंजाब की बात करें तो पंजाब में 301 मामले सामने आए हैं और 30 की मौत हुई है। महाराष्ट्र में 197 मामले सामने आये और 13 लोग मौत का शिकार हुए हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय ने इस बीमारी पर नियंत्रण रखने के खास निर्देश दिए हैं। क्या है स्वाइन फ्लू और कैसे इससे से बचाव किया जा सकता है जानिए कुछ जरूरी बातें- स्वाइन के लक्षण आम मौसमी की तरह ही होते हैं इसलिए यह बुखार जल्दी पहचाना नहीं जाता। खून की जांच के बाद ही इसके होने की पुष्टि होती है। अतः सावधानी बरतने की ज्यादा आवश्यकता होती है। स्वाइन फ्लू एक तरह का वायरस है जो एक शरीर से दूसरे शरीर में फैलता है। इसकी रोकथाम के लिए भी कुछ निर्देश जारी किए हैं जिनको अपनाकर इस गम्भीर बीमारी से बचा जा सकता है।
-
- जब भी आप घर से बाहर निकलें तो हैंड सैनिटाइजर जरूर अपने साथ रखें। किसी भी चीज़ को छूने के बाद एक बार सैनिटाइजर हाथों पर जरूर लगाएं।
- खांसते या छींकते समय अपना हाथ नाक या मुहँ पर अवश्य रखें।
- सभी प्रकार के फलों व सब्जियों को धो कर खाएं।
- भीड़भाड़ वाली जगह पर बहुत कम जाएं अगर जाएं भी तो फ्लू मास्क पहन कर जाएं।
- जब भी आप खुद को बीमार महसूस करें तो एक बार डॉक्टर का परामर्श जरूर लें।