3 लाख के ऋण से की खेतीबाड़ी
बाड़मेर – वर्तमान दिनों में राजस्थान में टिड्डियों की भयंकर समस्या चल रही है जो किसान का काल बनती जा रही है।टिड्डियों के प्रकोप के चलते राजस्थान के बाड़मेर में एक और किसान की जान चली गई। फसल बर्बाद होते देख किसान नींबाराम को सदमा लगा। उसकी तबियत खराब हो गई। हॉस्पिटल में उपचार के दौरान उसने दम तोड़ दिया। उसके परिजनों ने सरकार-प्रशासन पर उचित कदम न उठाए जाने का आरोप लगाया है।
सदमे में हुई किसान की मौत
मृतक के भाई शिवनारायण सियाग ने बताया कि, नींबाराम ने फसल के लिए 3 लाख का ले रखा था। वह हमारी तरह ही खेती करता था। टिड्डी के कहर के कारण बाड़मेर में कोहराम मचा हुआ है। हमारी फसलें टिड्डियां खाते चली गईं। टिड्डियां बीते 24 जनवरी को गुड़ामालानी क्षेत्र के पीपराली सहित आसपास के गांवों में मंडराती देखी गईं। पीड़ित किसानों में नींबाराम पुत्र दमाराम भी शामिल था।
बताया जाता है कि, टिड्डियां देखकर नींबाराम ने घर के बर्तनों से उसे उड़ाने का प्रयास किया था। मगर, कुछ ही समय में फसल बर्बादी के कगार पर थी। जिससे उससे सदमा लगा और बाद में की नींबाराम मौत हो गई। कुछ दिन पहले बालोतरा क्षेत्र किटनोद गांव के टिड्डी हमले के सदमे से किसान भगाराम की भी मौत हो गई थी।
गुजरात और राजस्थान में 8-9 महीनों से चल रहा है टिड्डियों का कहर
राजस्थान के बाड़मेर-जैसलमेर जिलों में टिड्डियां पिछले 8-9 महीने से कहर ढा रही हैं। राजस्थान और गुजरात दोनों राज्यों में करीब 20 हजार हेक्टेयर भूमि की फसलें टिड्डियां चट कर चुकी हैं। हजारों किसान बर्बादी के दिन देख चुके हैं। समय-समय पर प्रशासनिक अधिकारियों ने कई इलाकों में दवाओं का छिड़काव कराया। हालांकि, सरकार के प्रयास नाकाफी ही रहे हैं।